Bank Rules 2025: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंकिंग क्षेत्र में बड़े बदलाव की घोषणा की है, जो 11 मार्च 2025 से प्रभावी होगी। इन नए नियमों के तहत तीन प्रकार के बैंक खातों को बंद करने का फैसला लिया गया है। ये नियम खासकर उन खातों को प्रभावित करेंगे, जो लंबे समय से निष्क्रिय हैं या जिनमें कोई गतिविधि नहीं हो रही है। इन नियमों का मुख्य उद्देश्य बैंकिंग सिस्टम को और अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और ग्राहक-केंद्रित बनाना है।
निष्क्रिय (डॉर्मेंट) खाते क्या हैं और क्यों होंगे बंद?
निष्क्रिय खाते वे बैंक खाते होते हैं, जिनमें दो साल या उससे अधिक समय से कोई लेनदेन नहीं हुआ है। ऐसे खातों को RBI के नए निर्देशों के अनुसार बंद किया जाएगा। इसका मुख्य कारण यह है कि ऐसे खातों का इस्तेमाल अक्सर साइबर अपराधियों द्वारा धोखाधड़ी के लिए किया जाता है। खाताधारक के ध्यान न देने के कारण इन खातों से जुड़ी गतिविधियां अक्सर बिना नोटिस के रह जाती हैं, जिससे फ्रॉड का जोखिम बढ़ जाता है।
अगर आपका खाता इस श्रेणी में आता है, तो आपको तुरंत अपने खाते में कोई लेनदेन करना चाहिए। इसके लिए आप अपने खाते से कुछ पैसे निकाल सकते हैं, या कोई बिल पेमेंट कर सकते हैं, या फिर अपने खाते में कुछ पैसे जमा करा सकते हैं। इसके अलावा, आप अपनी बैंक शाखा जाकर या ऑनलाइन माध्यम से अपना KYC अपडेट करवा सकते हैं।
इनएक्टिव खातों के साथ क्या होगा?
इनएक्टिव खाते वे खाते हैं, जिनमें पिछले 12 महीनों से कोई गतिविधि नहीं हुई है। ये खाते भी RBI के नए नियमों के तहत बंद किए जाएंगे। ऐसे खातों को बचाने के लिए, आपको महीने में कम से कम एक बार अपने खाते का उपयोग करना चाहिए। यह उपयोग ऑनलाइन ट्रांजेक्शन, ATM से पैसे निकालने, या बैंक शाखा में जाकर किसी भी प्रकार का लेनदेन करके किया जा सकता है।
इसके अलावा, अपने बैंक द्वारा भेजे गए नोटिफिकेशन और अलर्ट पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। बैंक अक्सर ऐसे खातों के धारकों को सूचित करते हैं कि उनका खाता इनएक्टिव होने की कगार पर है। ऐसी सूचना मिलने पर तुरंत कार्रवाई करें और अपने खाते को सक्रिय रखें।
जीरो बैलेंस खातों का क्या होगा?
जिन खातों में लंबे समय से शून्य शेष राशि रही है, उन्हें भी बंद किया जाएगा। इस नियम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ग्राहक अपने खातों का सक्रिय रूप से उपयोग करें और उनमें न्यूनतम राशि बनाए रखें। ऐसे खातों का दुरुपयोग भी हो सकता है, इसलिए RBI ने इन्हें बंद करने का निर्णय लिया है।
अपने जीरो बैलेंस खाते को बचाने के लिए, आपको अपने खाते में कुछ राशि जमा करनी चाहिए और उसमें न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना चाहिए। बैंक के अनुसार यह न्यूनतम बैलेंस अलग-अलग हो सकता है, इसलिए अपने बैंक से इस बारे में जानकारी प्राप्त करें और उसके अनुसार अपने खाते में पैसे जमा रखें।
KYC अपडेट क्यों जरूरी है?
RBI ने सभी खाताधारकों के लिए KYC (Know Your Customer) अपडेट करना अनिवार्य कर दिया है। KYC अपडेट का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों की पहचान का सत्यापन करना और धोखाधड़ी को रोकना है। इससे बैंकों को अपने ग्राहकों के बारे में अधिक जानकारी मिलती है, जिससे उन्हें बेहतर सेवाएं प्रदान करने में मदद मिलती है।
KYC अपडेट करने के लिए आप अपनी नजदीकी बैंक शाखा पर जा सकते हैं और अपने आधार कार्ड, पैन कार्ड या अन्य पहचान पत्र जमा करा सकते हैं। कई बैंक अब ऑनलाइन माध्यम से भी KYC अपडेट की सुविधा प्रदान कर रहे हैं, जिससे आप घर बैठे ही यह प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
न्यूनतम बैलेंस की आवश्यकता
RBI के नए नियमों के तहत, बैंक खातों में न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना भी अनिवार्य है। अगर आपके खाते में न्यूनतम बैलेंस नहीं है, तो बैंक आप पर जुर्माना लगा सकता है या आपका खाता बंद कर सकता है। SBI और PNB जैसे प्रमुख बैंकों ने पहले ही अपने न्यूनतम बैलेंस की सीमा बढ़ा दी है।
इससे बचने के लिए, अपने बैंक से संपर्क करें और अपने खाते के प्रकार के अनुसार न्यूनतम बैलेंस की जानकारी प्राप्त करें। फिर उस राशि को अपने खाते में बनाए रखें ताकि आपको किसी प्रकार का जुर्माना न भरना पड़े और आपका खाता सुरक्षित रहे।
इन नियमों का मुख्य उद्देश्य क्या है?
RBI द्वारा इन नियमों को लागू करने का मुख्य उद्देश्य बैंकिंग प्रणाली को और अधिक सुरक्षित और पारदर्शी बनाना है। इन नियमों से साइबर फ्रॉड और धोखाधड़ी के मामलों में कमी आने की उम्मीद है। इसके अलावा, ये नियम ग्राहकों को बेहतर और अधिक कुशल बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने में मदद करेंगे।
डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा देना भी इन नियमों का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य है। RBI चाहता है कि ग्राहक ऑनलाइन बैंकिंग सेवाओं का अधिक से अधिक उपयोग करें, जिससे बैंकिंग प्रक्रियाएं और अधिक सरल और तेज हो सकें।
खाता बंद होने पर क्या होगा?
अगर आपका खाता इन श्रेणियों में आता है और आपने आवश्यक कदम नहीं उठाए, तो आपका खाता फ्रीज या स्थायी रूप से बंद किया जा सकता है। इसका मतलब यह होगा कि आप उस खाते से कोई भी लेनदेन नहीं कर पाएंगे और आपको नया खाता खोलने की प्रक्रिया शुरू करनी पड़ सकती है।
नया खाता खोलने में समय लगता है और इसके लिए आपको फिर से सभी दस्तावेज जमा करने होंगे। इसलिए, अपने मौजूदा खाते को बचाना ही बेहतर विकल्प है। इसके लिए, नियमित रूप से अपने खाते का उपयोग करें, न्यूनतम बैलेंस बनाए रखें और समय पर KYC अपडेट कराएं।
अपने खाते को कैसे बचाएं?
अपने बैंक खाते को बंद होने से बचाने के लिए, आप निम्नलिखित कदम उठा सकते हैं:
नियमित रूप से अपने खाते में लेनदेन करें, चाहे वह छोटी राशि ही क्यों न हो। महीने में कम से कम एक बार अपने खाते का उपयोग करें। अपने खाते में न्यूनतम बैलेंस बनाए रखें, जो आपके बैंक के नियमों के अनुसार हो। समय पर अपना KYC अपडेट कराएं और बैंक द्वारा मांगे गए सभी दस्तावेज जमा करें। बैंक द्वारा भेजे गए नोटिफिकेशन और अलर्ट पर ध्यान दें और उनके अनुसार कार्रवाई करें।
इन सरल कदमों को अपनाकर, आप अपने बैंक खाते को सुरक्षित रख सकते हैं और 11 मार्च 2025 से लागू होने वाले नए नियमों का पालन कर सकते हैं।
यह नए नियम भारतीय बैंकिंग प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव लाएंगे। इनका उद्देश्य ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और बैंकिंग सेवाओं को अधिक कुशल बनाना है। इसलिए, अगर आपका खाता इन श्रेणियों में आता है, तो जल्द ही आवश्यक कदम उठाएं ताकि आपको किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।