Gold Price Today: मार्च महीने की शुरुआत से ही सोने और चांदी की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। सोने की बढ़ती कीमतों का असर अब सर्राफा बाजार पर साफ़ तौर पर नज़र आ रहा है, जिससे शादी के सीजन में सोना खरीदने वालों की चिंता बढ़ गई है। इस बढ़ोतरी के कारण लोग अब कम वजन के और हल्के गहने खरीदने पर मजबूर हो गए हैं। 6 मार्च को सोने-चांदी के भावों में फिर से उछाल दर्ज किया गया है, जिससे आम लोगों के लिए सोना खरीदना और भी मुश्किल हो गया है।
सोने की वर्तमान कीमतें
दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। 6 मार्च को 22 कैरेट सोना 80,250 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया है। वहीं 24 कैरेट सोने की कीमत 88,140 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है। लखनऊ जैसे शहरों में तो सोने के भाव और भी ज्यादा हैं। लखनऊ में 24 कैरेट सोना 89,100 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 86,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। इस बढ़ोतरी के कारण लोग अपने बजट के अनुसार गहने खरीदने में कठिनाई महसूस कर रहे हैं।
18 कैरेट सोने और चांदी के दाम
18 कैरेट सोने के भाव में भी तेजी आई है। लखनऊ में 18 कैरेट सोना 78,100 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है। सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है। सर्राफा बाजार में चांदी के गहनों की कीमत 99,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है। यह आंकड़ा बताता है कि सोने के साथ-साथ चांदी में भी निवेश करना महंगा होता जा रहा है।
सोने की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण
विशेषज्ञों का मानना है कि सोने और चांदी की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी के कई कारण हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की मांग बढ़ने से इसकी कीमतों में उछाल आ रहा है। अमेरिका और यूरोप में आर्थिक मंदी की आशंका, डॉलर की मजबूती और निवेशकों की बढ़ती रुचि भी सोने के दामों में वृद्धि के कारण हैं। इसके अलावा, भारत में शादी का सीजन चल रहा है, जिस कारण स्थानीय बाजार में सोने की मांग बढ़ी हुई है। ये सभी कारण मिलकर सोने की कीमतों को ऊपर धकेल रहे हैं।
विशेषज्ञों की राय
हालांकि सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक बाजार में अभी भी अस्थिरता बनी हुई है। इसके चलते सोने की कीमतें आने वाले समय में और भी बढ़ सकती हैं। अगर आप लंबे समय के लिए सोने में निवेश करना चाहते हैं, तो विशेषज्ञों के अनुसार अभी सोना खरीदना फायदेमंद हो सकता है। लेकिन अगर आप कम समय के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है। बाजार की गतिविधियों पर नज़र रखना और विशेषज्ञों की सलाह लेना अच्छा रहेगा।
चांदी में निवेश कितना फायदेमंद है
चांदी में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं? तो आपको बता दें कि इस समय चांदी की कीमतें भी रिकॉर्ड स्तर पर हैं। चांदी में मजबूती का मुख्य कारण इसका औद्योगिक उपयोग और निवेश के लिए बढ़ती मांग है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले कुछ महीनों में चांदी की कीमतों में और भी उछाल देखने को मिल सकता है। इसलिए, अगर आप चांदी में निवेश करना चाहते हैं, तो यह एक अच्छा समय हो सकता है, लेकिन बाजार की स्थिति का विश्लेषण करके ही निर्णय लें।
सोने-चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारण
सोने-चांदी की कीमतों पर अंतरराष्ट्रीय घटनाओं का सीधा असर पड़ता है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में किए गए बदलाव, रूस-यूक्रेन युद्ध और चीन की अर्थव्यवस्था में आई सुस्ती जैसे कारणों से वैश्विक बाजार में उथल-पुथल मची हुई है। इन सभी कारणों से सोने-चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। इन अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों के कारण सोने को सुरक्षित निवेश के रूप में देखा जा रहा है, जिससे इसकी मांग और कीमतें दोनों बढ़ रही हैं।
सोने में सही निवेश के लिए सुझाव
अगर आप सोने में निवेश करना चाहते हैं, तो कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहले, हमेशा हॉलमार्क और बीआईएस प्रमाणित ज्वेलरी ही खरीदें। यह सुनिश्चित करेगा कि आप असली और शुद्ध सोना खरीद रहे हैं। इसके अलावा, सोने-चांदी की ऑनलाइन और ऑफलाइन कीमतों में अंतर की तुलना करें, ताकि आप सबसे अच्छी कीमत पर खरीद सकें।
अगर आप बड़ी मात्रा में सोने में निवेश कर रहे हैं, तो किसी विश्वसनीय विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। आप फिजिकल ज्वेलरी के अलावा गोल्ड बॉन्ड या डिजिटल गोल्ड में भी निवेश कर सकते हैं। ये विकल्प आपको भौतिक सोने की सुरक्षा और भंडारण की चिंता से मुक्त रखते हैं, और आप अपने निवेश को आसानी से प्रबंधित कर सकते हैं।
सोने-चांदी की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव के बारे में नियमित जानकारी रखना भी महत्वपूर्ण है। बाजार की स्थिति, अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम और विशेषज्ञों की राय के आधार पर अपने निवेश की योजना बनाएं। सोना एक पारंपरिक और सुरक्षित निवेश माना जाता है, लेकिन इसमें भी बाजार के जोखिम शामिल हैं। इसलिए, सही समय पर सही निर्णय लेकर ही निवेश करें।